पूर्णिया । कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष श्री श्याम मोहन झा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि विगत दिनों पूर्णिया पुलिस कप्तान, दया शंकर जी पर आय से अधिक संपत्ति एवं धोखाधड़ी के मामले में विजिलेंस के द्वारा किए गए ताबड़तोड़ कार्यवाही को लेकर पूर्णिया के ही कुछ जातिगत राजनीति करनेवालों ने सोशल मीडिया पर जिस तरह का प्रलाप शुरू किया वह अत्यंत चिंतनीय होने के साथ-साथ निंदनीय एवं भर्त्सनीय भी है।
श्री झा ने कहा कि मेरा स्पष्ट मानना है कि चाहे प्रशासनिक पद पर बैठे हुए कोई प्रशासनिक पदाधिकारी हों या शासन में बैठे हुए कोई राजनेता हों, इनका एक ही धर्म होना चाहिए, इनकी एक ही जाति होनी चाहिए और वह धर्म और जाति भारतीय संविधान के प्रति उनकी निष्ठा और मानव सेवा का भाव होना चाहिए। क्योंकि किसी भी पद पर बैठे हुए पदाधिकारी और शासन में बैठे हुए राजनेता जातिगत, दलगत, संप्रदायगत भावना से यदि कार्य करने लगेंगे तो यह संविधान के मूल आत्मा पर गहरा आघात होगा।
इसीलिए मैं उन तमाम प्रदर्शनकारी बंधुओं से अपेक्षा करता हूं कि वे सभी एकजुट होकर पूर्णिया पुलिस कप्तान पर लगाए गए आरोप के निष्पक्ष जांच की मांग करें। यदि पुलिस कप्तान निर्दोष हैं तो वे बाईज्जत बरी हो जाएंगे और यदि उन्होनें को गड़बड़झाला किया है तो उन्हें उसकी सजा भी जरूर ही मिलना चाहिए।
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