पूर्णिया:- कोरोना संक्रमण में जारी लॉकडाउन के कारण अब निजी शिक्षण संस्थान बंद होने के कगार पर:-
ज्ञात हो कि विगत 16 मार्च से ही देश भर के सभी शिक्षण संस्थान बंद पड़े हैं। केंद्र सरकार के द्वारा विगत 1 जून से चरणबद्ध तरीके से तमाम आर्थिक गतिविधियों को शुरू किया गया लेकिन अब तक शैक्षणिक संस्थानों को खोलने को लेकर अबतक केंद्र सरकार की ओर से कोई भी दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया है। संस्थान बंद होने के कारण आज लाखों शिक्षक भुखमरी के कगार पर हैं। कई जगहों से आर्थिक तंगी से परेशान होकर शिक्षकों के आत्महत्या की खबर भी आती रहती है। निजी शिक्षकों के हालात अब दिन ब दिन बदतर होते जा रहे हैं।
इसी कड़ी में पुर्णिया प्राइवेट शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रसन्न सिंह ने बताया कि निजी शिक्षण संस्थानों के संचालक गंभीर आर्थिक और मानसिक समस्या झेल रहे हैं लेकिन हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं। उन्होंने बताया कि संस्थान बंद होने के भी शिक्षकों को किराया एवम बिजली बिल भी देना पड़ रहा है। एक तो परिवार चलाना मुश्किल है दूसरी ओर किराए का अतिरिक्त बोझ कैसे सहन कर पाएंगे। उन्होंने जिला प्रशासन एवम राज्य सरकार को से आग्रह किया है कि नियम एवम शर्तों के साथ शैक्षणिक संस्थानों को खोलने का प्रयास किया जाए। साथ ही उन्होंने मांग की है कि गंभीर आर्थिक संकट झेल रहे निजी शिक्षकों को तत्काल आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाए।
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